22 जनवरी 2024 को अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन होना है. जिसको लेकर प्रशासन सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये हैं. प्राण प्रतिष्ठा की सुरक्षा के लिए यूपी पुलिस AI technology से लैस Hi-Tech Drone गरुण ड्रोन का इस्तेमाल कर रही है।AI के जरिए गरुण ड्रोन के माध्यम से अयोध्या की सुरक्षा पर नजर रख रहे हैं.
इस Hi-Tech Drone में स्पीकर हैं इसकी रेंज 8 km है, हूटर भी है और यह Public address का काम करता है. यही फीड हमारे सिस्टम से अटैच है, जिससे हमें सारी जानकारी मिलती है.अगर कोई एंटी सोशल एलिमेंट हमारे रेंज में आता है तो इसके जरिए हमें जानकारी मिल जाती है.
अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा की सुरक्षा के लिए यूपी पुलिस ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस गरुण ड्रोन का इस्तेमाल कर रही है. यह ड्रोन मिलिंद ने डिजाइन किया है. AI के जरिए गरुण ड्रोन के माध्यम से अयोध्या की सुरक्षा पर नजर रख रहे हैं, इसमें स्पीकर हैं इसकी रेंज 8 km है. इसमें हूटर भी है और पब्लिक एड्रेस का काम करता है.
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Hi-Tech Drone गरुण ड्रोन
Anti mines drone
Artificial Intelligence को सक्रिय करने साथ Anti mines drone भी तैनात कर दिए हैं और इस ड्रोन की खास बात ये है कि इनकी मदद से भूमि के अंदर माइंस व विस्फोटक सामग्री की सूचना एकत्र कर उसे निष्क्रिय किया जा सकेगा। किसी भी प्रकार के खतरे से निपटने के लिए ये ड्रोन तैनात किए हैं।
इनकी मदद से भूमि के अंदर माइंस व विस्फोटक सामग्री की सूचना एकत्र उसे निष्क्रिय किया जा सकेगा। पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार आसमान से किसी भी प्रकार के खतरे से निपटने के लिए AI based ड्रोन को तैनात किया गया है।एंटी माइन ड्रोन भूमि से एक मीटर ऊंचाई पर ऊपर उड़ता है। यह ड्रोन जमीन के अंदर विस्फोटक को खोज निकालता है।
Anti drone Gun
रामलला की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाबलों के हाथ में अत्याधुनिक Anti drone Gun होगी, जो किसी भी तरीके से ड्रोन हमले को असफल करने में सक्षम होगी. बता दें कि 5 जुलाई 2005 को अयोध्या में हमला हुआ था, जिसके बाद से अयोध्या में सभी प्रवेश द्वारों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम होते हैं. इसके अलावा राम मंदिर परिसर के आसपास के सुरक्षा घेरे को और सख्त किया गया था.आगामी दिनों में परिसर में ड्रोन हमले से बचने के लिए Anti drone Gun का इस्तेमाल किया जाएगा.
इसके लिए एटीएस का एक बड़ा जत्था राम नगरी पहुंच चुका है. आधुनिक हथियारों से लैस कमांडो बुलेट प्रूफ मार्क्समैन गाड़ियों के जरिए निगरानी कर रहे हैंI
AI-based cameras
अयोध्या में लगाए गए सीसीटीवी कैमरों को भी AI से कनेक्ट किया गया है।इनकी मदद से अयोध्या में घूमने वाले क्रिमिनल के चेहरे भी पहचाने जा सकते हैं। AI के जरिए पुलिस के रिकार्ड़ में मौजूद अपराधियों के फोटो से अयोध्या में घूमने वाले संदिग्धों की पहचान सीसीटीवी कैमरों के जरिए की जा रही है। पुलिस ने सरयू नदी में भी सुरक्षा के इंतजाम किए हैं।
पूरे शहर में 10715 सीसीटीवी कैमरे हर हलचल पर नजर रखेंगे. पहली बार यहां चेहरे की पहचान करने वाले AI camera लगाए गए हैं. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान देश की कई बड़ी मशहूर हस्तियां जुटेंगी, इसलिए जमीन ही नहीं आसमान से भी नजर रखी जाएगी.
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Intelligent Traffic Management System
Integrated Traffic Management System (ITMS) को पूरे शहर में 1500 सार्वजनिक सीसीटीवी कैमरों के साथ एकीकृत किया गया है, जिससे व्यापक और सतर्क निगरानी सुनिश्चित की जा सके। और एक central control room केंद्रीय नियंत्रण कक्ष से निगरानी की जाएगी। यह रणनीतिक पहल महत्वपूर्ण क्षेत्रों में समग्र निगरानी और सुरक्षा बढ़ाने की दिशा में तैयार की गई है।अयोध्या को 10,715 एआई-आधारित कैमरों से सुसज्जित किया जाएगा जिसमें चेहरा पहचान तकनीक शामिल होगी।
अयोध्या की सुरक्षा पर उन्होंने कहा कि हमने अयोध्या के कई जोन्स में बांटा हुआ है, कई सेक्टर्स में भी बांटा है, जिसमें अलग अलग पुलिस की फोर्स लगी है. सब अपने धार्मिक कार्य कर सकें और सबको हम सेफ फील करा सकें यही कोशिश है.
कई स्तर पर सुरक्षा बंदोबस्त की समीक्षा की जा ही है. ओएफसी लिंक कैमरे भी लगाए गए हैं. 12 एंटी ड्रोन सिस्टम के माध्यम से रेड और येलो जोन को सुरक्षित सुरक्षित किया गया है. पांच किलोमीटर की रेडियस में उड़ने वाले किसी भी ड्रोन को लोकेट कर निष्क्रिय किया जा सकता है. हर आने वाला पुलिस की चौकस निगाहों मेंमें रहेगा. जाहिर है जरा सा संदिग्ध दिखे नहीं कि सवालों के घेरे में घिरे नहीं. इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण होंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी है. ऐसे मेंउनकी सुरक्षा का खासतौर पर बंदोबस्त किया गया है.